नई दिल्ली ।। इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो) ने गूगल अर्थ के अपने देसी वर्जन की बुधवार को शुरुआत की। इस मैपिंग ऐप्लिकेशन में सैटलाइट इमेज डाली गई हैं। इनके जरिए यूजर दुनिया के किसी भी हिस्से को जूम करके नजदीक से देख सकता है। हालांकि संवेदनशील स्थलों को देखना सभी लोगों के लिए मुमकिन नहीं होगा। इसरो के चेयरमैन जी. माधवन नायर ने राजधानी में एक कार्यक्रम में भुवन वेबपोर्टल लॉन्च किया।
इसरो के एक अधिकारी ने बताया कि भुवन के जरिए देश के ज्यादातर हिस्सों को छह मीटर तक के रिजॉल्यूशन के साथ देखा जा सकेगा। ये गूगल अर्थ से अच्छी क्वॉलिटी की होंगी। इसमें जो तस्वीरें दिखेंगी, वह कम से कम एक साल पहले खींची गई होंगी। ये तस्वीरें काटोर्सेट-1 और काटोर्सेट-2 जैसे सैटलाइटों के जरिए खींची गई हैं। इन सैटलाइटों में लगे पावरफुल कैमरे सड़क पर चलती कार
के बराबर वस्तुओं की भी तस्वीरें खींच सकते हैं।
(As on Navabharat Times)
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